सिमलसैंण के ग्रामीणों ने गांव के भूस्खलन के बीआरओ को ठहराया जिम्मेदार

थराली : थराली नगर पंचायत के सिमलसैंण गांव के ग्रामीणों ने गांव के निचले हिस्से में हो रहे भूस्खलन को लेकर सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कर्णप्रयाग-ग्वालदम सड़क के चौड़ीकरण कार्य के दौरान हिल कटिंग के बाद पहाड़ी को सुरक्षा कार्य के बिना छोड़ दिया गया। जिससे यहां गांव के आवासीय भवनों खतरा पैदा हो गया है। ग्रामीणों ने मामले में बीआरओ से शीघ्र सुरक्षा कार्य करने की मांग उठाई है।

स्थानीय निवासी बाला दत्त चंदोला और गिरीश चन्द्र का कहना है कि ग्वालदम-कर्णप्रयाग हाईवे की हिलसाइड कटिंग के बाद से सिमलसैंण गांव के निचले हिस्से में लगातार भूस्खलन हो रहा है। जिसे लेकर कई बार बीआरओ के साथ ही जिला प्रशासन से भी सुरक्षा कार्य करने की मांग उठाई गई। लेकिन वर्तमान तक कोई कार्रवाई न होने से यहां अब आवासीय भवनों को खतरा पैदा हो गया है। ग्रामीणों ने मांग पर शीघ्र कार्रवाई न किये जाने पर आंदोलन शुरु करने की चेतावनी दी है। इस मौके पर जयंती प्रसाद, घनानंद चंदोला, भोला दत्त, मनोज चंदोला, बिशम्बर दत्त और हरि दत्त आदि मौजूद थे।

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