डीएम के आश्वासन पर ग्रामीणों ने स्थगित किया आंदोलन

चमोली : दशोली ब्लाक के दूरस्थ गाँव पाणा ईराणी के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी की ओर से एक माह में आवाजाही की सुविधा सुचारू करने तथा 3 दिन में वैकल्पिक व्यवस्था करने के आश्वासन पर आंदोलन स्थगित कर दिया है। हालांकि ग्रामीणों ने एक माह में आश्वासन पर कार्रवाई न होने पर आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है।
निजमूला घाटी के पाणा और ईराणी गांवों को यातायात से जोड़ने के लिये गौंणा-ईराणी सड़क पर झींझी गदेरे में वर्ष 2019 से पीएमजीएसवाई की ओर से पुल निर्माण करवाया जा रहा है। लेकिन वर्तमान तक जंहा पुल तैयार नहीं हुआ है। वंही यँहा पूर्व से निर्मित पैदल पुल को हटा दिया गया है। वंही विभाग की ओर से निर्मित वैकल्पिक पुल भी बरसात में बह गया है। जिसके बाद यहां लकड़ी का वैकल्पिक पुल बनाया गया है। जिससे जंहा ग्रामीण जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं। वंही इस पुल से घोड़े खच्चरों की आवाजाही न होने से गांवों में खाद्यान्न की आपूर्ति भी कठिन हो गयी है। ऐसे में ग्रामीणों की ओर से मोटर पुल निर्माण व आवाजाही की सुचारू व्यवस्था करने की मांग को लेकर 6 अक्तूबर से धरना प्रदर्शन का निर्णय लिया था। जिस पर बद्रीनाथ विधायक राजेन्द्र भंडारी के नेतृत्व में जिलाधिकारी से हुई मुलाकात के बाद शुक्रवार को डीएम, संयुक्त मजिस्ट्रेट व पीएमजीएसवाई के अधिशासी अभियंता की बैठक ग्रामीणों के साथ हुई। जिसमें जिलाधिकारी की ओर से ग्रामीणों को शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया गया। जिस पर ग्रामीणों ने फिलहाल आंदोलन स्थगित कर दिया है।
इस मौके पर विजय सिंह, महेंद्र सिंह नेगी, कान सिंह फरस्वान आदि मौजूद थे।