सीएम की घोषणा के बाद भी नहीं बनी सड़क, ग्रामीण नाराज

चमोली: राज्य मेें सड़कों के निर्माण को लेकर जहां सरकार की ओर बड़े पैमाने पर घोषणाएं की जा रही हैं। वहीं सड़कों के निर्माण को लेकर सरकारी मशीनरी की सुस्त कार्य प्रणाली से लोगों में मायूसी है। जिले के नंदानगर (घाट) ब्लाॅक के कनोल क्षेत्र के पांच गांव सरकारी मशीनरी की कार्य प्रणाली की जमीनी हकीकत बयां कर रही है। आलम यह है कि सीएम की घोषणा के पांच वर्षों बाद भी यहां सड़क निर्माण की प्रक्रिया के तहत वन भूमि के प्रस्ताव का निस्तारण नहीं हो सका है।
क्षेत्र पंचायत सदस्य कंचन सिंह नेगी ने बताया कि क्षेत्र के बडगुना, शर्मा गांव, गड़गाड, तेहज्या व प्राणमती गांवों को सड़क सुविधा से जोड़ने के लिये आंदोलन के बाद वर्ष 2018 में तत्कालीन सीएम ने सितेल-लेटाल-प्राणमती सड़क निर्माण की घोषण की थी। लेकिन वर्तमान तक यहां विभागीय अधिकारियों में समंवय की कमी के चलते वन भूमि प्रस्ताव को लेकर भी स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है। ऐसे में अब क्षेत्रीय ग्रामीणों में नाराजगी है। जिसे लेकर वे आंदोलन का मन बना रहे हैं।
स्थानीय ग्रामीण कुंदन सिंह, रुप सिंह, इंद्र सिंह, कुंवर सिंह, भक्ति देवी, विमला देवी, दीप देवी, गंगा सिंह, महिपाल सिंह नरेंद्र सिंह, मदन सिंह, गौर सिंह, हीरा सिंह ने मामले मेें डीएम का ज्ञापन देकर शीघ्र सड़क निर्माण कार्य शुरु न होने पर दिसम्बर के दूसरे सप्ताह मे आंदोलन शुरु करने की बात कही है।