पिंडर में बह रहा गाद, आपदा की आहट को लेकर आशंकित लोग

चमोली : अलकनंदा की बड़ी सहायक नदी पिंडर में बारिश के बंद होने के बाद भी गाद युक्त मटमैला पानी बहने पर पर्यावरण प्रेमियों और स्थानीय लोगों ने चिंता जाहिर की। नदी के बदले हुए 2 को देख कर लोग नदी के मुहाने पर भूस्खलन की आशंका व्यक्त कर रहे हैं। ऐसे में स्थानीय लोग भविष्य में इसे आपदा की आहट मान आशंकित हैं। स्थानीय लोग मामले की जांच कर पानी की निर्मलता को लेकर कार्रवाई करने की मांग की है।
बता दें, चमोली जिले में कुमाऊं क्षेत्र से आने वाली सदानीरा पिंडर नदी में बरसात के बाद भी बड़ी मात्रा में गाद युक्त पानी बह रहा है। जिससे जहां नदी के जलीय जीवों का जीवन संकट में पड गया है। वहीं नदी तटों पर निवास करने वाले लोगों को भी पूजा व धार्मिक अनुष्ठानों के जल आपूर्ति में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय निवासी गणेश खंडूड़ी, विजयराम डिमरी, और प्रणवेंद्र प्रसाद का कहना है कि जहां केंद्र सरकार की ओर से नदियों को स्वच्छ करने के लिये करोड़ों की लागत से नमामि गंगे अभियान का संचालन किया जा रहा है। वहीं चमोली जिला प्रशासन पिंडर नदी में लंबे समय से बह रहे गादयुक्त पानी को लेकर लापरवाह बना हुआ है। जो नदियों के संरक्षण को लेकर प्रशासन की संवेदनशीलता को प्रदर्शित कर रहा है।