26 जनवरी को कर्तव्य पथ पर पर दिखाई देगी मानसखंड झांंकी

देहरादून : गणतंत्र दिवस परेड-2023 के लिए उत्तराखण्ड राज्य की झांकी का अंतिम चयन हो गया है। कर्त्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड में उत्तराखंड की ओर से ‘मानसखण्ड’ की झांकी का प्रदर्शन किया जायेगा। इस झांकी के अग्र तथा मध्य भाग में कार्बेट नेशनल पार्क में विचरण करते हुए हिरन, बारहसिंघा, घुरल, मोर तथा उत्तराखण्ड में पाये जाने वाली विभिन्न पक्षियों व झांकी के पृष्ठ भाग में प्रसिद्ध जागेश्वर मन्दिर समूह तथा देवदार के वृक्षों को दिखाया जायेगा साथ ही उत्तराखंड की प्रसिद्ध लोक कला ‘ऐपण’ का भी झांकी के मॉडल में समावेश किया गया है। झांकी के साथ उत्तराखण्ड की लोक संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए छोलिया नृत्य का दल सम्मिलित होगा। झांकी का थीम सांग उत्तराखण्ड की लोक संस्कृति पर आधारित होगा। देश विदेश के लोग मानसखण्ड के साथ ही उत्तराखण्ड की लोक संस्कृति से भी परिचित होंगे। गणतंत्र दिवस की झांकी के लिए 27 राज्यों में से 16 राज्यों का ही अंतिम चयन हुआ है। राज्य गठन के बाद से अब तक 14 बार उत्तराखंड की झांकी का चयन हो चुका है।
गौरतलब है कि विगत वर्षों में उत्तराखण्ड द्वारा गणतंत्र दिवस परेड में विभिन्न विषयों पर झांकियों का प्रदर्शन किया गया है। जिनमें वर्ष 2003 में फुलदेई, वर्ष 2005 -नंदा राजजात, वर्ष 2006 -फूलों की घाटी, वर्ष 2007 -कार्बेट नेशनल पार्क, वर्ष 2009 – साहसिक पर्यटन, वर्ष 2010 – कुुम्भ मेला हरिद्वार, वर्ष 2014 – जड़ी बूटी, वर्ष 2015 – केदारनाथ, वर्ष 2016 – रम्माण, वर्ष 2018 में ग्रामीण पर्यटन की झांकी, 2019 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की विश्राम स्थली अनासक्ति आश्रम और 2021 में ‘केदारखण्ड’ की झांकी, 2022 में 2022 में ‘प्रगति की ओर बढ़ता उत्तराखण्ड’ (जिसमें आस्था के दो सर्वोच्च तीर्थ बैकुंठ धाम भगवान बद्रीनाथ के मंदिर और सिखों के प्रमुख तीर्थ हेमकुण्ड साहिब व इंजीनियरिंग का बेहतरीन नमूना टिहरी झील और डोबरा चांठी पुल की भव्यता को दर्शाया गया था) और 2023 के लिए मानसखंड की झांकी का चयन किया गया है।