लाता की माँ नन्दा आज होगी गर्भगृह में विराजमान

चमोली : नीति घाटी में आयोजित माँ नंदा की दिवारा यात्रा आज (शनिवार) को पूर्णाहुति यज्ञ व भंडारे के साथ संपन्न हो जाएगा। शुक्रवार को माँ नंदा की दिवारा यात्रा 25 दिनों तक घाटी के गांवों में भ्रमण के बाद लाता गांव पहुंची। जहां देवी भक्तों ने माँ नंदा का फूल मालाओं और जयकारों के साथ स्वागत किया।
नीति घाटी की आरध्या माँ नदंा की दिवारा यात्रा बीती 6 सितम्बर को लाता गांव के नंदा मंदिर से शुरु हुई थी। जिसके बाद 25 दिनों में माँ नंदा ने 250 किमी की पैदल यात्रा कर तोलमा, सुराईथोटा, फागती, कागा, द्रोणागिरी, गरपक, जुम्मा, सेंगला, जेलम, कोषा, मलारी, कैलाशपुर, मेहरगांव, फरकिया, बाम्पा, गमशाली और नीति गांवों का भ्रमण किया। ग्राम प्रधान कागा गरपक पुष्कर सिंह और लक्ष्मण बुटोला ने बताया कि घाटी में प्रत्येक 12 वर्षों में माँ नंदा की दिवारा यात्रा का आयोजन किया जाता है। स्थानीय मान्यता के अनुसार घाटी के लाता से सीमा क्षेत्र की ओर बसे गांवों को माँ नंदा के मायके के रुप में माना जाता है। ऐसे में इस दौरान माँ नंदा मायके के गांवों का भ्रमण कर ग्रामीणों से कुशल क्षेम पूछती है। उन्होंने बताया की पौराणिक मान्यताओं के अनुसार 25 दिनों के भ्रमण के बाद शुक्रवार को माँ नंदा की दिवारा यात्रा लाता गांव पहुंच गई है। यहां गांव में रात्रि प्रवास के बाद शनिवार को प्रातःकालीन पूजा के बाद माँ नंदा की डोली मंदिर में पहुंचेगी। जहां पूर्णाहुति यज्ञ और भंडारे के आयोजन के बाद माँ नंदा मंदिर के गर्भ गृह में विराजमान होगी।