गोपेश्वर में भूस्खलन ने बढाया दायरा, दरकने लगे आवासीय भवन

चमोली : गोपेश्वर के विकास नगर में चार वर्षों से हो रहे भूस्खलन का दायरा बढने लगा है। जिससे यँहा अब अपर विकास नगर के आवासीय भवन भी दरकने लगे हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से क्षेत्र का सर्वेक्षण कर भूस्खलन क्षेत्र के सुधारीकरण के साथ ही मोहल्ले में जल निकासी के समुचित प्रबंध करने की मांग उठाई है।
बता दें, गोपेश्वर नगर के हल्दापानी क्षेत्र के विकास नगर के निचले हिस्से में वर्ष 2019 में भूस्खलन सक्रीय हुआ। जिससे यहां लोअर विकास नगर में मौजूद आवासीय भवनों के दरकने से स्थानीय लोगों ने अपने घर छोड़ दिये थे। जिसे देखते हुए शासन व प्रशासन ने भूस्लखन जोन के सुधारीकरण की स्वीकृति दे दी है। लेकिन अब तक यहां सुधारीकरण कार्य न होने के चलते अब भूस्खलन का दायरा बढने लगा है। जिससे यहां अप्पर विकास नगर के आवासीय भवनों में भी दारारें आने लगी हैं। भूस्खलन से यहां 60 से अधिक भवन खतरे की जद में आ गये हैं। जबकि 15 आवासीय भवन खस्ताहालत में पहुंच गये हैं।
स्थानीय निवासी रघुवीर सिंह, लक्ष्मण सिंह चौहान, बासवानंद भट्ट और रविंद्र झिंक्वाण का कहना है कि मोहल्ले में जल निकासी की समुचित व्यवस्था न होने से जहां नालियां सूखी पड़ी हैं। वहीं घरों की भीतर पानी रिस रहा है। ऐसे में अब घरों के पुस्ते सरकने के साथ ही घर की दिवारों और फर्श पर दरारें पड़ने लगी हैं। उन्होंने शीघ्र मामले पर कार्रवाई न होने पर बड़े नुकसान की आशंका व्यक्त की है।