पैनगढ़ में भूस्खलन क्षेत्र का बढ़ने लगा दायर, ग्रामीणों में खौफ

- प्रसाशन प्रभावितों के पुनर्वास से साथ तात्कालिक सुरक्षा के कर रहा प्रयास।
चमोली : जिले के पैनगढ गांव में भूस्खलन क्षेत्र का दायरा बढने लगा है। यहां भूस्खल क्षेत्र का विस्तार होने से गांव के 84 परिवार खतरे की जद में है। जिससे ग्रामीण डर के साये मेें अपने घरों में निवास कर रहे हैं। हालांकि प्रशासन की ओर से ग्रामीणों को विस्थापन की श्रेणी में रख प्रभावित परिवारों के पुर्नवास की योजना बनाई जा रही है।
बता दें, थराली ब्लाॅक के पैनगढ गांव में बीते कई वर्षों से हो रहे भूस्खलन क्षेत्र से बीती 21 अक्तूबर को मलबा और बोल्डर गिरान शुरु हो गया। इस दौरान यहां भूस्खलन क्षेत्र से आये बोल्डर से एक आवासीय भवन के क्षतिग्रस्त होने से एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई थी। जिसके बाद से यहां भूस्खलन क्षेत्र से मलबा, पत्थर और बोल्डरों के गिरने क सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिससे यहां पल्लाखोला तोक के 47 और रूकतोली तोक के 37 परिवार अब खतरे जद में आ गये हैं। ऐसे में खतरे को बढता देख यहां प्रशासन की ओर से सभी 84 परिवारों के पुर्नवास को लेकर योजना बनाई जा रही है।
इधर, तहसीलदार थराली प्रदीप नेगी ने बताया कि प्रभावितों के पुनर्वास के लिये भूमि चयन की प्रक्रिया के साथ ही प्रभावित क्षेत्र का भूगर्भीय सर्वेक्षण करवाया जा रहा है। हालांकि तात्कालिक रूप से ग्रामीणों की सुरक्षा को देखते हुए तिरपाल प्रदान कर सुरक्षित स्थानों पर निवास करने के लिए कहा गया है, कुछ परिवारों को विद्यालयों व पंचायत भवन पर निवास की व्यवस्था की गई है।