वन क्षेत्राधिकारी त्रिलोक सिंह को मिला वर्ष 2021 का एनके जोशी वन्य जीव संरक्षण पुरस्कार

चमोली : चंडी प्रसाद भट्ट पर्यावरण एवं विकास केंद्र गोपेश्वर की ओर से हल्द्वानी के वानिकी प्रशिक्षण संस्थान में मंगलवार को निर्मल कुमार जोशी स्मृति सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान चमोली जिले की पूर्वी पिंडर रेंज के उप वन क्षेत्राधिकारी त्रिलोक सिंह बिष्ट को वर्ष 2021 के एनके जोशी स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वन्यजीव संरक्षण के लिये दिये जाने वाला पुरस्कार स्वर्गीय निर्मल कुमार जोशी की पत्नी आशा जोशी ने त्रिलोक सिंह को प्रदान किया।
कार्यक्रम के दौरान केंद्र के प्रबंध न्यासी ओम प्रकाश भट्ट ने बताया कि चिपको प्रणेता अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त प्रसिद्ध पर्यावरण विद चंडी प्रसाद भट्ट ने उनको मिले सम्मान से मिली पुरस्कार राशि से ट्रस्ट गठित किया है। ट्रस्ट के माध्यम से वन एवं पर्यावरण संरक्षण के कार्यों के साथ ही वन तथा वन्य जीव संरक्षण को लेकर उत्कृष्ट कार्य करने वालों को प्रोत्साहित करने के लिये ट्रस्ट की ओर से प्रतिवर्ष एनके जोशी वन्यजीव संरक्षण पुरस्कार दिये जाने का प्रक्रिया शुरु की गई है।
जिसमें चयन समिति की ओर से प्रथम एनके जोशी वन्य जीव संरक्षण पुरस्कार उप वन क्षेत्राधिकारी त्रिलोक सिंह बिष्ट का चयन किया गया है। उन्होंने वन और वन्य जीवां के लिए राज्य के नंदा देवी नेशनल पार्क, फूलों की घाटी राष्ट्रीय पार्क, केदारनाथ कस्तूरी मृग अभयारण्य और नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व में वन व वन्य जीवों के संरक्षण को लेकर प्रेरणादायक कार्य किये हैं। उन्होंने वन विभाग की सेवा के दौरान अवैध शिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की। केदारनाथ कस्तूरी मृग अभयारण्य में वन्यजीवों की रक्षा के लिए इन्होंने प्रभावशाली और जिले के अवैध शिकार में लिप्त अफसरों के खिलाफ कार्यवाही करने का साहस दिखाया। उनकी कतर्व्य निष्ठा को देखते हुए राज्य स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री ने वन व वन्य जीव संरक्षण के लिए भी सम्मानित किया जा चुका है।
इस दौरान अपनी सेवा काल में वन व पर्यावरण संरक्षण में उत्कृष्ट कार्य करने के लिये सेवानिवृत्त वन क्षेत्राधिकारी हयात सिंह मेहरा को भी चंडी प्रसाद भट्ट पर्यावरण एवं विकास केंद्र गोपेश्वर की ओर से सम्मानित किया गया। इस मौके पर बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह, मंगला कोठियाल, पूर्व प्रमुख मुख्य वन संरक्षक आईडी पांडे, निदेशक वानिकी प्रशिक्षण संस्थान आईपी सिंह, शेर सिंह राठौर, गौरव कुमार आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन विनय सेमवाल ने किया।