केदारानाथ वन प्रभाग ट्रैकिंग रुटों को ईडीसी गठित करेगा संरक्षित

चमोली: केदारनाथ वन प्रभाग की ओर संरक्षित वन क्षेत्रों के संरक्षण व संवर्द्धन के लिये ईडीसी गठित करने की योजना तैयार की गई है। जिसमें ग्रामीणों की सहभागिता से वन प्रभाग की ओर से ट्रैक रुटों पर सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के साथ ही मार्गों में यात्री सुविधाओं का विकास किया जाएगा।
केदारनाथ वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी इंद्र सिंह नेगी ने बताया कि वन प्रभाग की ओर से मध्यमहेश्वर मंदिर के यात्रा मार्ग में रांसी और गौंडार गांव के ग्रामीणों के सहयोग से ईडीसी गठन की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है। जबकि केदारनाथ धाम के पैदल पर चैमासी तथा तुंगनाथ के लिये मक्कू व देवरियाताल के लिये सारी गांव के ग्रामीणों के सहयोग से ईडीसी का गठन किया जा रहा है। कहा कि जिससे संरक्षित के पैदल मार्गों को होने वाले कूड़े का निस्तारण ईडीसी के माध्यम से कर आय अर्जित की जा सकेगी। इससे पैदल मार्गों पर स्वच्छता बनी रहेगी। वहीं पैदल मार्गों पर जुटाई जाने वाली आवासीय व अन्य व्यवस्थाओं का संचालन भी ईडीसी के माध्यम से करवाया जाएगा। जिससे ग्रामीणों को बेहतर आय प्राप्त हो सकेगी।
क्या है ईडीसी—
इको डेवलपमेंट सोसाइटी (ईडीसी) का गठन वन विभाग की ओर से संरक्षित वन क्षेत्र के संरक्षण के लिये स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग करने का प्रावधान है। सोसाइटी में स्थानीय ग्रामीणों की कमेटी का गठन उनके माध्यम से यात्रा मार्ग के सरंक्षण, सफाई व यात्री सुविधाओं का विकास किया जाता है। जिससे जहां वन क्षेत्र का सुगमता से संरक्षण होता है। वहीं विभिन्न गतिविधियों से ग्रामीणों को आय भी अर्जित होती है।