पारम्परिक दिपावली के सरक्षंण को इस गांव में मुहिम हुई शुरू

- ग्रामीण प्रतिवर्ष दीपावली पर आयोजित करते है महोत्सव का आयोजन।
- महोत्सव में भेलो और झुमैलो की आयोजित होती प्रतियोगिता।
पोखरी : ब्लाॅक के कुमेड़ा गांव के ग्रामीणों ने गढवाल की परम्परिक दीपावली के संरक्षण की मुहिम शुरू की है। इसके लिये यँहा ग्रामीण प्रतिवर्ष दीपावली महोत्सव का आयोजन करते हैं। जिसके तहत परंपरिक दीपावली में खेले जाने वाले भेलो और झुमैलो नृत्य की प्रतियोगिताओं का आयोजन कर नई पीढी की को लोक परंपराओं से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
कुमेड़ा गांव में दीपावली पर्व पर दो दिनों तक आयोजित होने वाले महोत्सव के दौरान भेलो और झुमैलो प्रतियोगिता के साथ ही रंगोली, मेंहदी, भाषण व रस्सा-कस्सी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिनमें से झूमैलो प्रतियोगिता में उफरें देवी टीम पहले, राजराजेश्वरी टीम दूसरे, और रावल देवता टीम तीसरे स्थान पर रही। भेलो प्रतियोगिता में उमंग कंडारी ने प्रथम, सुमित कंडारी ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। रंगोली प्रतियोगिता के सीनियर वर्ग में शोभा, सोनी, मोनिका ने प्रथम, आरती देवी ने द्वितीय, सिया, दिया, आरती नेगी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता के जूनियर वर्ग में सिमरन, सखी ने प्रथम, अभिनव ने द्वितीय और आरुषि ने तृतीय पर रही।
मेहंदी में हिमानी व लवी ने प्रथम, दिव्या व रिया ने द्वितीय तथा नेहा व अंजलि ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। भाषण में आदित्य नेगी, शिवांश ज्योतिर्मय व प्रत्यूष कंडारी क्रमशः पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। रस्साकशी महिला वर्ग में राजराजेश्वरी टीम विजेता ने रावल देवता टीम को पराजित कर जीत दर्ज की। पुरुष वर्ग में लाटू देवता टीम ने भैरवनाथ टीम को पराजित किया।
कार्यक्रम संयोजक डा. दर्शन सिंह नेगी ने बताया कि कार्यक्रम का आयोजन से नई पीढी को पारंपरिक लोक पंरपराओं से जोड़े का प्रयास किया जा रहा है। आयोजनों को लेकर ग्रामीणों के साथ ही प्रवासी ग्रामीणो में भी उत्साह बना हुआ है।
इस मौके पर ग्राम प्रधान चंद्र मोहन सिंह नेगी, ममंद अध्यक्ष उमा देवी, विनीता देवी, जया देवी, विशेश्वरी देवी, मनोरमा देवी, बसंती देवी, युमंद अध्यक्ष प्रवीन कंडारी, त्रिलोक सिंह, राजेन्द्र सिंह, मनवीरेंद्र सिंह, विक्रम सिंह आदि मौजूद थे।