हेलंग-मारवाड़ी बाईपास निर्माण से पूर्व जोशीमठ का हो विस्थापन : संघर्ष समिति

जोशीमठ : नगर के निचले हिस्से में जंहा सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की ओर से शुरू किये गए हेलंग-मारवाड़ी बाईपास के निर्माण का विरोध शुरू हो गया है। यँहा जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति ने बाईपास का निर्माण रोकने की मांग उठाई है। पदाधिकारियों ने सड़क निर्माण की अत्याधिक आवश्यकता होने की स्थिति में जोशीमठवासियों के विस्थापन के बाद निर्माण की बात कही है।
संघर्ष समिति के अतुल सती और कमल रतूड़ी का कहना है कि जहां जोशीमठ नगर को लेकर वर्ष 1976 में मिश्रा आयोग की सिफारिशों की अनदेखी से यहां वर्ष 2021 में नगर क्षेत्र में भूस्खलन और भूधंसाव शुरु हो गया है। वहीं वर्तमान में की गई दो भूगर्भीय जांचों में भी नगर के आसपास बड़े निर्माण से नगर के अस्तित्व को खतरा होने की बात कही गई है। ऐसे में नगर के ठीक नीचे पहाड़ी पर कटान कर हाईवे निर्माण से सरकार की ओर से मानवजनित आपदा को न्यौता दिया जा रहा है। जिसे देखते हुए संघर्ष समिति की ओर से हेलंग-मारवाड़ी बाइपास निर्माण को रोकने की मांग की गई है। कहा कि उन्होंने सरकार को हेलंग-मारवाड़ी बाईपास की अत्याधिक आवश्यकता होने पर नगर के विस्थापन का सुझाव भी दिया है।
इस मौके पर गौरव नम्बूरी, लालमणी सेमवाल, अमित सती, विक्रांत रावत आदि मौजूद थे।