युवाओं को स्वरोजगार की राह देखा रहे आलम सिंह

चमोली : रोजगार की चाह में अपने गांवों को छोड़ मैदानी क्षेत्रों का रुख कर रहे युवाओं को नंदानगर (घाट) के व्यवसायी आलम सिंह स्वरोजगार की राह दिखा रहे हैं। आलम सिंह मशरुम का उत्पादन कर प्रतिमाह 50 हजार की आय अर्जित की जा रही है। ऐसे में अब क्षेत्र के युवा भी मशरुम उत्पादन को लेकर उत्साहित नजर आ रहे हैं।
नंदानगर ब्लाॅक के पेरी-सुतोल निवासी आलम सिंह ब्लाॅक मुख्यालय पर व्यवसाय का संचालन करते हैं। उन्होंने बताया कि पूर्व में स्वरोजगार को लेकर उन्होंने मशीनों की मदद से नंदानगर में स्वेटर, टोपी और अन्य गर्म कपड़े बनाने का कार्य शुरु किया। जिसे देख अन्य लोगों की ओर से भी इस व्यवसाय में स्वरोजगार शुरु किया। ऐसे में बुनाई के कार्य से भी लोग अच्छी आय कर रह हैं। ऐसे में अब उन्होंने बीते सितम्बर माह में नंदानगर में कमरा किराये पर लेकर 80 हजार की लागत से उन्होंने मशरुम का उत्पादन शुरु किया। जिसके बाद अक्तूबर माह से अक्तूबर माह से आलम से मशरुम का विपणन स्थानीय बाजार से शुरु किया। वहीं उत्पादन बढने पर वर्तमान में वे मशरुम का विपणन गोपेश्वर के बाजार तक कर रहे हैं।
क्या कहते हैं आलम सिंह
80 हजार की लागत से शुरु किये मशरूम उत्पाद के कार्य से एक माह के अंतराल में 50 हजार की आय प्राप्त हुई। यदि अन्य लोग भी मशरुम का व्यावसायिक उत्पादन करते हैं। तो जहां युवाओं को रोजगार के लिये बाहरी क्षेत्रों में नहीं जाना होगा। वहीं क्षेत्र से बड़े पैमाने पर मशरुम का विपणन बाहरी बाजारों के लिये किया जा सकता है।