प्रयागराज। महाकुम्भ मे श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन निर्वाण की छावनी मे अखाड़े के पंच परमेश्वर और संत महापुरुषों की उपस्थिति में चादर पोशी कर संत मण्डल आश्रम के पीठाधीश्वर महन्त राममुनि महाराज,हरिद्वार कों महामंडलेश्वर बनाया गया। जिन पर संत महापुरुषों ने पुष्प वर्षा कर शुभकामनायें देते हुए उनके उज्वल भविष्य की कामना की।
श्री महंत महेश्वर दास, मुखिया महंत दुर्गादास ने कहा की संतों की वाणी में दिव्यता और शांति होती है,माँ सरस्वती का आशीर्वाद संतों के शब्दों में वास करता है। संतों का कथन सच्चाई, ज्ञान और भक्ति से ओत-प्रोत होता है, और यह सब माँ सरस्वती की कृपा से संभव होता है। वे अपनी वाणी से हमें सत्य की ओर मार्गदर्शन करते हैं, उन्होंने कहा की आज श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन निर्वाण की छावनी में संत मण्डल आश्रम के पीठाधीश्वर महन्त राममुनि महाराज कों महामंडलेश्वर की उपाधि का पट्टा अभिषेक किया गया है उन्हें हम साधुवाद देते हैं और उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं जिससे वह सनातन की ख्याति को और बढ़ाएं।
महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनि, महामंडलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश, और महामंडलेश्वर स्वामी हरि चेतनानंद महाराज ने कहा कि हम नव नियुक्त महामंडलेश्व को शुभकामनाएं देते हुए हम यही कामना करते हैं कि वे अपने पद की गरिमा और जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ निभाएंगे । उनका मार्गदर्शन सभी भक्तों के लिए प्रेरणादायक हो और उनका कार्य क्षेत्र समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाएंगे ।उन्होंने उनके उज्जवल कहा की वे दिव्य आशीर्वाद से हमेशा सुसज्जित रहें और उन्हें हर प्रयास में सफलता प्राप्त हो।
नवनियुक्त महामंडलेश्वर स्वामी राममुनि महाराज ने कहा कि आज संत महापुरुषों द्वारा मुझे जो उपाधि दी गई है मैं सदैव उनका ऋणी रहूंगा। उन्होंने कहा कि मैं इस पद की गरिमा को बनाए रखूंगा और सभी संत महापुरुषों का सदा सम्मान करता रहूंगा।
इस अवसर पर महंत रामनौमी दास, महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनि, महामंडलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश, महंत राघवेंद्र दास, महंत गोविंद दास, महंत कमल दास, महंत प्रेमदास, महंत जयेंद्र मुनि, महंत जसविंदर सिंह, महंत देवेंद्र सिंह ,श्री महंत महेश्वर दास ,जगतार मुनि,सुंदर दास हरिहर आश्रम ,स्वरूपदास बाराबंकी , कल्याण दास , सतनाम दास ,रमन मुनि ,शिव दास ,गोमती दास , रामगोविन्द दास,बालेश्वर मुनि जी कृष्णा दास, नारायणदास , महंत अखंडा नंद , ऋषिकेश, स्वामी ब्रह्मेश्वर दास , स्वामी चेतन स्वरूप , डा.वेद प्रकाश,डा.विनोद शर्मा,डा.के.के.वर्मा,स्वामी सूरज प्रकाश ,अशोक तिवारी,सुमित गर्ग सहित विभिन्न संतजन व श्रद्धालु मौजूद रहे।