चमोली: जिले में बाधित पड़ा जोशीमठ मलारी हाइवे तमक और भापकुंड में सुचारू हो गयी है। हालांकि जिले में 60 ग्रामीण सड़कें अभी भी बाधित पड़ी हुई है। ग्रामीण सड़कों के बाधित होने से से ग्रामीण क्षेत्रों में जन जीवन अभी भी पटरी पर नहीं लौट सका है। जिले में अभी 23 से अधिक पेयजल लाइनें भी क्षतिग्रस्त पड़ी हैं।
चमोली जिले में बीते 17 से 19 अक्तूबर तक हुई बारिश के चलते भारत-तिब्ब सीमा क्षेत्र को सड़क सुविधा से जोड़ने वाली जोशीमठ-मलारी सड़क 10 से अधिक स्थानों पर बाधित हो गई थी। जिसके बाद यँहा बीआरओ की ओर से कड़ी मशक्कत के बाद रविवार को हाइवे को सुचारू कर लिया गया है। जिससे नीति घाटी के ग्रामीणों ने अब राहत की सांस ली है। जबकि जिले में लोनोवि और पीएमजीएसवाई की 60 सड़कें बाधित पड़ी हुई है। जिससे ग्रामीणों को आवाजाही में खासी दिक्कतोंं का सामना करना पड़ रहा है। वहीं जिले के कर्णप्रयाग, थराली और गैरसैंण में 67 क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों के सापेक्ष 44 पर अस्थाई रूप से पेयजल सुचारू किया गया है। जबकि 23 लाइनों का सुधारीकरण कार्य किया जा रहा है। जबकि नारायणबगड़ ब्लॉक के 21 गांवों में विद्युत आपूर्ति सुचा नहीं हो सकी है।