हरिद्वार। श्री रघुनाथ सत्संग मंडल द्वारा पंचायती धड़ा फिराहेडियान रघुनाथ मंदिर पांडे वाला प्रांगण में पितृ मोक्ष हेतु आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में चौथे दिन श्री कृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया।
वहीं इससे पूर्व कथावाचक पं वासुदेव दास महाराज ने पंडाल में मौजूद हजारों भक्तों को वामन चरित्र श्री राम जन्म एवं श्री कृष्ण जन्मोत्सव की दिव्य लीला का प्रसंग सुनाते हुए कथा का अमृत रसपान कराया। भागवत आचार्य ने कहा कि जब-जब धरा पर अत्याचार दुराचार पापाचार बढ़ता है, तब-तब प्रभु का अवतार होता है। प्रभु का अवतार अत्याचार को समाप्त करने और धर्म की स्थापना के लिए होता है, जिसके तहत भगवान श्री कृष्ण ने जन्म लेकर पापी अत्याचारी कंस को मारकर इस धरा धाम पर धर्म की स्थापना की। कथा प्रसंग के दौरान जैसे ही श्री कृष्ण जन्म हुआ। पंडाल में मौजूद हजारों भक्त महिला एवं पुरुष भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव के आनंद में झूम उठे।
भक्त संगीत मय भजनों की धुन पर फूलों की होली खेलते हुए एक-दूसरे को भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव के जन्म की नाच गाकर बधाइयां देने लगे। कथा पंडाल भक्तिमय होकर भगवान श्री कृष्ण के जयकारों नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की से गूंज उठा। वही जन्मोत्सव के बाद यजमानो द्वारा भगवान श्री कृष्ण की दिव्य आरती की गई। आरती करने वालों में श्री गंगा सभा के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप झा दीपक बागडोलीये वैभव भगत रूपा सिखौला शिवम अधिकारी शानू सराय वाले प्रमुख रूप से शामिल रहे वही आरती के बाद भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया कार्यक्रम को सफल बनाने में पंडित उमाशंकर वशिष्ठ सचिन कौशिक अनिल कौशिक सुधीश श्रोत्रिय विपुल मिश्रौटे उमेश कौशिक महेश तुम बढ़िया प्रदीप निगारे मधु श्रोत्रिय चिराग हेमंन के निर्मल गोस्वामी विनीत खेवड़िया अंकुर पालीवाल अरुण श्रोत्रिय वासु कृष्णा पीयूष कौशिक आदि लोग उपस्थित रहे।