चमोली : पर्वतीय राजस्व निरीक्षक, राजस्व उप निरीक्षक एवं राजस्व सेवक संघ उत्तराखण्ड की अपनी मांगों को लेकर सात दिनों से कमलबंद हड़ताल बुधवार को भी जारी रही। राजस्व संवर्ग के कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से लोगों को राजस्व संबंधी कार्यों में कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
राजस्व संवर्ग के कर्मियों की मांग है कि राजस्व निरीक्षक तथा रजिस्ट्रार कानूनगो के पदों को एकीकृत न किया जाए, समान कार्य के लिए समान वेतनमान और समान संशाधन दिये जाएं, राजस्व निरीक्षक प्रशिक्षण और राजस्व निरीक्षक क्षेत्रों के पुनर्गठन तथा राजस्व निरीक्षक सेवा नियमावली बनायी जाए, उच्चीकृत वेतनमान का लाभ वर्ष 2006 से दिया जाए जिसको लेकर 23 दिसम्बर से राजस्व संवर्ग के कर्मियों ने कलमबंद हड़ताल शुरू कर दी थी। इनके हड़ताल पर चले जाने से सात दिनों से लोगों के जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, स्थायी निवास, हैशियत और अन्य तरह के प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहे है। जबकि वर्तमान समय में बेरोजगार युवाओं को कई विभागों में पदों पर भर्ती के लिए आवश्यक दस्तावेज की आवश्यकता पड़ रही है।
महासंघ के चमोली शाखा के जिला सचिव प्रवीण सिंह राणा ने बताया कि अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर उनके संगठन ने अनिश्चित कालीन हड़ताल पर है। और जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती है तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। चमोली तहसील में धरना देने वालों में हुकुम सिंह रावत, दलबीर सिंह चैहान, प्र्रदीप रावत, मोहन लाल, महावीर सिंह, नीरज स्वरूप, अनुज कंडवाल, बालम सिंह आदि शामिल थे।