चमोली : बागेश्वर जिले में स्थित त्रिशूल पर्वत का आरोहण पर गये नौसेना का पर्वतारोही दल एवलांच की चपेट में आ गया है। जिससे दल के 10 सदस्यों के लापता होने की सूचना है। दल ने बीती 15 सितम्बर को घाट क्षेत्र से पर्वतारोहण अभियान शुरु किया थ। सूचना मिलने के बाद नेहरू पर्वतरोहण संस्थान (निम) की रेस्क्यू टीम प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट के नेतृत्व में चमोली जनपद से त्रिशूल चोटी के लिए रवाना हो गई है।
बता दें कि नौसेना का दल करीब 15 दिन पहले 7120 मीटर ऊंची त्रिशूल चोटी के आरोहण के लिए गया था। त्रिशूल चोटी चमोली जनपद की सीमा पर स्थित कुमांऊ के बागेश्वर जनपद में स्थित है। इस चोटी के आरोहण के लिए चमोली जनपद के जोशीमठ और घाट के लिए पर्वतारोही टीमें जाती हैं। वायु सेना के पर्वतारोहियों की टीम भी घाट होते हुए त्रिशूल के लिए गई थी। तीन चोटियों का समूह होने के कारण इसे त्रिशूल कहते हैं। सूत्रों के अनुसार शुक्रवार सुबह दल चोटी के समिट के लिए आगे बढ़ा। इसी दौरान हिमस्खलन हुआ है। इसकी चपेट में नौसेना के पर्वतारोही आए हैं। उत्तरकाशी से हेली के जरिये निम की सर्च एंड रेस्क्यू टीम रवाना हुई है। इस संबंध में निम के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट ने बताया यह घटना शुक्रवार सुबह पांच बजे के करीब हुई है। इसमें करीब 10 नौ सेना के पर्वतारोही हिमस्खलन की चपेट में आए हैं। जो अभी तक लापता चल रहे हैं।