चमोली : केंद्र सरकार की ओर से भले ही ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति के लिये हर घर नल, हर घर जल योजना का संचालन किया जा रहा है। लेकिन चमोली में योजनाओं का संचालन करने वाले विभागों की लापरवाही के चलते ग्रामीणों के लिये योजना भाषणों तक सिमटती नजर आ रही है। जिले के राजबगठी गांव के लिये योजना के तहत निर्मित पेयजल योजना जून माह से क्षतिग्रस्त पड़ी हुई है। लेकिन वर्तमान तक यहां योजना के सुधारीकरण का कार्य शुरु नहीं हो सका है। ऐसे में सरकार की योजनाओं के संचालन को लेकर विभाग और सिस्टम की कार्य प्रणाली का अंदाजा लगाया जा सकता है।
बता दें कि बीते अपै्रल माह में पेयजल निगम की ओर जेथागाड़-राजबगठी पेयजल योजना का निर्माण कर संचालन का जिम्मा जल संस्थान को सौंपा गया। लेकिन योजना के निर्माण के महज दो माह बाद जून माह की पहली बारिश में ही योजना के मुख्य स्रोत के साथ ही नहर व पेयजल लाईन क्षतिग्रस्त होने से गांव में पेयजल आपूर्ति ठप हो गई। जिसके बाद ग्रामीणों ने गांव के लिये स्वयं संसाधनों बनाई गई पेयजल लाइन का सुधारीकरण कर पेयजल आपूर्ति की जा रही है। लेकिन लाइन की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम न होने के चलते गांव में बार-बार पेयजल आपूर्ति बाधित हो रही है। ग्राम प्रधान राधा देवी, जीतेंद्र सिंह, रघुनाथ सिंह, अनुष्मान रावत का कहना है कि पेयजल निगम की ओर जैंथागाड़ में बनाया गया सप्लाई हैड और नहर जून माह की पहली बारिश में ही क्षतिग्रस्त हो गया था। जिसकी जानकारी विभागीय अधिकारियों को तत्काल दी गई। लेकिन वर्तमान तक योजना का सुधारीकरण नहीं हो सका है। जिससे ग्रामीणों को पेयजल आपूर्ति में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों जिला प्रशासन से मामले में कार्रवाई की मांग उठाई है।
जैंथागाड़-राजबगठी पेयजल योजना के सुधारीकरण के लिये आपदा मद से सुधारीकरण कार्य प्रस्तावित किया गया है। जिसके लिये धनराशि विभाग को मिल गई है, जल्द ही सुधारीकरण कार्य के लिये टैंडर प्रक्रिया पूर्ण कर लाइन का सुधारीकरण कर पेयजल की आपूर्ति सुचारु कर दी जाएगी।
यशवंत सिंह नेगी, कनिष्ठ अभियंता, जल संस्थान, गोपेश्वर।