चमोली : भारत- तिब्बत सीमा के अंतिम गांव माणा में आगामी 21 से 27 अक्टूबर तक देश की नामचीन हस्तियों का आवागमन रहेगा। माणा में सरस्वती नदी के किनारे एमआईटी विश्व शांति विश्वविद्यालय पुणे की ओर से निर्मित किया जा रहा मां सरस्वती के मंदिर का निर्माण कार्य लगभग पूर्ण हो गया है। 21 अक्तूबर को महाराष्ट्र के राज्यपाल व पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी और नालंदा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति पदम भूषण डा. विजय पी भटकर संयुक्त रुप से मंदिर का उद्घाटन करेंगे। मंदिर में एक साप्ताहिक भागवत कथा का आयोजन भी किया जाएगा। इन दिनों माणा गांव में धार्मिक आयोजन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। इस एक साप्ताहिक कार्यक्रम में कई दिग्गज शिरकत करेंगे। इनमें उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, रेल राज्यमंत्री भारत सरकार राव साहेब दानवे, भारत की कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर, महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे, आध्यात्मिक गुरू श्रीकृष्ण कर्व गुरूजी, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और प्रख्यात दर्शनिक डा. पुष्पिता अवस्थी प्रमुख हैं।
माणा गांव के ग्राम प्रधान पीतांबर मोल्फा ने बताया कि मां सरस्वती का मंदिर लगभग बनकर तैयार हो गया है। 21 से 27 अक्तूबर तक सरस्वती मंदिर में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। माणा गांव से लेकर सरस्वती नदी तक आस्था पथ की सजावट, साफ-सफाई और पथ प्रकाश की व्यवस्था कराई जा रही है।