हरिद्वार 08 अक्टूबर 2024- जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने कृषक कल्याण हेतु कृषि विभाग द्वारा संालित योजनाओं की समीक्षा की। जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि कृषण कल्याण हेतु चल रही योजनाओं का लाभ पात्र कृषकों तक पहुॅचाना सुनिश्चित करें। योजनाओं के क्रियान्वयन तथा लाभार्थी चयन में पूरी पारदर्शिता से कार्य करना सुनिश्चित करें तथा यह भी सुनिश्चित किया जाये कि योजनाओं का लाभ समय से मिले। जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि कृषकों को उन्नत खेती के गुर सिखाए जाये तथा जनपद में दलहनी (उर्द, मूंग, मसूर) एवं तिलहनी (तिल, मूंगफली, सरसों) फसलों के क्षेत्रफल को बढ़ावा हेतु कृषकों को जागरूक किया जाये और समय से हर सम्भव मदद उपलब्ध कराई जाये। जिलाधिकारी ने जिला योजनान्तर्गत मात्र 21 प्रतिशत एवं राज्य पोषित योजनान्तर्गत मात्र 24 प्रतिशत व्यय होने के कारण कड़ा रोष व्यक्त करते हुए निर्देशित किया कि यथाशीघ्र जनपद को जिला योजना एवं राज्य पोषित योजनान्तर्गत आवंटित धनराशि का सदुपयोग करते हुए माह-अक्टूबर, 2024 तक कुल धनराशि का 50 प्रतिशत वित्तीय पूर्ति को पूर्ण किया जाए। जिलाधिकारी मृदा स्वास्थ्य परीक्षण कार्यों की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि लक्ष्य के सापेक्ष अवशेष मृदा नमूनों को एकत्रित कर विशलेषण उपरान्त पोर्टल पर मृदा स्वास्थ्य कार्ड अपलोड करने की कार्यवाही यथाशीघ्र पूर्ण करें, तदोपरान्त भौतिक रूप से कृषकों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध करायें।
बैठक में मुख्य कृषि अधिकारी ने बताया कि वर्ष 2024-25 में जिला योजनान्तर्गत आवंटित धनराशि रू० 350.00 लाख के सापेक्ष धनराशि रू० 72.02 लाख व्यय किया गया तथा राज्य पोषित योजनान्तर्ग ०4 योजनाओं में आवंटित धनराशि रु० 367.38 लाख के सापेक्ष धनराशि रु० 89.67 लाख व्यय किया गया एवं केन्द्रपोषित योजनान्तर्गत आवंटित धनराशि रू० 466.64 लाख के सापेक्ष धनराशि रू0 431.66 लाख व्यय किया गया। उन्होंने राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (मृदा स्वास्थ्य कार्ड) की जानकारी देते हुए बताया कि योजनान्तर्गत जनपद को 10000 नमूनों का वार्षिक लक्ष्य आवंटित है, जिसके सापेक्ष जनपद में 6560 नमूने एकत्रित किये गये, जिसमें से 4505 नमूने विशलेषण उपरान्त मृदा स्वास्थ्य कार्ड पोर्टल पर अपलोड किये गये। उन्होंने बताया कि बीज गुण नियंत्रण के अन्तर्गत बीज के 09 नमूने, उर्वरक गुण नियंत्रण के अन्तर्गत उर्वरकों के 55 नमूनें एवं कीटनाशी अधिनियम-1968 के अन्तर्गत कीटनाशी के 63 नमूने आहरित किये गये।
बैठक में मुख्य कृषि अधिकारी गोपाल सिंह भण्डारी, कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी मो० ताहिर कृषि रक्षाधिकारी रामकुमार दोहरे, सहायक कृषि अधिकारी राजकुमार आदि उपस्थित थे।