विकासात्मक एवं लोक-कल्याणकारी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन समस्त अधिकारियों की सर्वोच्च प्राथमिकता , इसमें किसी प्रकार की शिथिलता अक्षम्य नही होगी- जिलाधिकारी
पिथौरागढ़। डीएम विनोद गोस्वामी ने शुक्रवार को जिला कार्यालय सभागार में जिला स्तरीय अफसरों की बैठक लेते हुए जिला योजना, राज्य सेक्टर, कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद में गतिमान एक करोड़ की धनराशि से ऊपर के विकास कार्यो की समीक्षा की।
समीक्षा बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने समस्त जिलास्तरीय अधिकारिंयो को सख्त निर्देशित किया गया की कार्यालयो में साफ-सफाई व्यवसथा,अभिलेखो का रखरखाव सुरक्षित तरीके से रखने,कर्मचारियो के कार्यो का विवरण डेटा तैयार करने,जनहित के मामलो का सवोच्च प्राथमिकता के साथ करने,पारदर्शिता उत्तरदायित्व एवं संवेदनशील के साथ योजनाओ का ससमय तथा सफल कियान्वयन के दिशा-निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि कार्यालय के आकस्मिक निरीक्षण के लिए टीम गठित की गई है यदि किसी प्रकार की लापरवाही आकस्मिक निरीक्षण के दौरान पाई गई तो जिले स्तर पर संबंधित के खिलाफ आवशयक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी एवं शासन को अवगत करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने विभाग से संबंधित समाचार पत्रों में प्रकाशित समस्याओं का तत्काल संज्ञान लेते हुए समाधान करना भी सुनिश्चित करें।
लोक निर्माण विभाग की समीक्षा के दौरान डीडीहाट की धीमी गति पर कार्य प्रगति मैं तेजी लाने एवं समस्त डिवीजन को शेष कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शीतकालीन के दौरान जिन स्थानो पर अधिक पाल गिरने से दुर्घटना की संभावनाएं बनी रहती है उन स्थानों पर साइन बोर्ड एवं बचाव के कार्य को प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग की 10 दिन के भीतर पुनः समीक्षा की जायेगी समस्त सूचनाओं के साथ बैठक में प्रतिभाग करने हेतु निर्देशित किया गया।
ब्रिडकुल की समीक्षा के दौरान कार्यो में लापरवाही करने पर जिलाधिकारी ने फटकार लगाते हुए संबंधित अधिकारी को कार्यप्रणाली में सुधार लाने के सख्त निर्देश देते हुए उल्का मंदिर के समीप पार्किंग निर्माण के दौरान सड़क मार्ग क्षतिग्रस्त को सुरक्षात्मक कार्यों को दस दिन के अंतराल में पूर्ण करने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए जा रहे विभिन्न निर्माण एवं सुधारीकरण कार्यों की गुणवत्ता से संबंधित फोटोग्राफर वीडियो ग्राफ्स गुणवत्ता ना होने पर तत्काल मुख्य चिकित्सा अधिकारी को एक सप्ताह के अंदर समस्त कार्यों का डाटा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए साथ मुख्य विकास अधिकारी को प्राधिकरण के जेई से कार्यों की जांच करने के भी निर्देश दिए। पीएमजीएसवाई की समीक्षा के दौरान संबंधित अधिकारी को तीन माह के भीतर लंबित कार्यों की कार्यवाही करते हुए कार्यो को प्राथमिकता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए। एवं जो कार्य पूर्ण हो चुके हैं उनकी सम्पूर्ण डिटेल के साथ आगामी सोमवार को बैठक में प्रतिभाग करने हेतु निर्देशित किया गया।इसी क्रम में जल संस्थान, जल निगम, पेयजल, पर्यटन विभाग, शिक्षा विभाग के अलावा अन्य विभागो की समीक्षा की गयी।
समीक्षा बैठक में सीडीओ डॉ0 दीपक सैनी, डीडीओ रमा गोस्वामी, जिला अर्थ एवम् संख्याधिकारी निरंजन प्रसाद,सीएमओ डॉ0 जीएस नबियाल समेत समस्त जिलास्तरीय अधिकारी आदि उपस्थित थे।