पोखरी : वनाग्नि के खिलाफ 1 दिसम्बर को मंडल घाटी के खल्ला गांव से शुरु हुई पदयात्रा रविवार को देवस्थान गांव में आयोजित गोष्ठी के साथ संपन्न हो गई है। दशोली ग्राम स्वराज्य मंडल व सीपी भट्ट पर्यावरण व विकास केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित पदयात्रा के दौरान ग्रामीणों को चिपको के बाद यही पुकार, जंगल न जलने देंगे अबकी बार का संदेश जरिये जागरुक करने का कार्य किया गया।
पदयात्रा के समापन के मौके पर देवस्थान में आयोजित गोष्ठी के दौरान पूर्व ग्राम प्रधान श्रवण सती व शिक्षक नेता उपेंद्र सती ने कहा कि वनाग्नि जहां पर्यावरण संरक्षण के लिये खतरनाक साबित हो रही है। वहीं जंगलों की समीप मौजूद गांवों के लिये भी खतरा बनी हुई है। बताया कि बीते वर्ष देवस्थान के समी जंगल की आग बुझाते हुए के ग्रामीण युवक झुलस गया था। उन्होंने चिपको प्रणेता चंडी प्रसाद भट्ट की ओर से वनाग्नि को रोकने के लिये शुरु की गई मुहीम अवश्य ही लोगों को जागरुक करने का काम करेगी। इस दौरान न्यास के प्रबंध न्यासी ओम प्रकाश भट्ट ने बताया कि यदि हमने फायर सीजन से पहले ही जंगलो को आग से बचाने के लिए जरूरी रोकथाम के सभी जरूरी उपाय कर दिये जाने चाहिए। वहीं विभागीय स्तर पर गाँव की अग्नि शमन समितियों का कर उन्हें प्रशिक्षित करने से वनाग्नि पर काबू पाने के साथ ही दुर्घटनाओं पर भी अंकुश लगाया जा सकता है। समाज सेवी मंगला कोठियाल ने कहा कि संगठित एवं सम्मिलित प्रयासों से ही इस आग की आपदा से निपटा जा सकता है। इस मौके पर यात्रा के समन्वयक विनय सेमवाल, ममंद अध्यक्ष राधा देवी, मोहित सिंह, त्रिलोक सिंह, चंद्रमोहन सिंह आदि मौजूद थे।