हरिद्वार। जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह की अध्यक्षता में मिशन अमृत सरोवर के अन्तर्गत अमृत सरोवरों को उपयोगी एवं जीवंत बनाये जाने के सम्बंध में निर्मित, निर्माणाधीन, प्रस्तावित अमृत सरोवरों सम्बंध में कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा बैठक ली।
जिलाधिकारी ने जनपद में स्थित 76 अमृत सरोवरों के सर्वाेत्तम उपयोग एवं गुणवत्ता सुनिश्चित किये जाने हेतु सरोवारों की सफाई इत्यादि की व्यवस्था के निर्देश दिए।
मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे ने हाइवे से सटे सरोवरों की पर्याप्त सुरक्षा उपाय, तालाबों के चारों ओर जॉगिग ट्रैक का निर्माण साथ ही बैठने के लिए बेंच और रैलिंग के निर्माण करने के निर्देश पर्यटन विभाग विभाग को दिए।
जिलाधिकारी ने सुरक्षा के मापदण्डों के विषय में आम जनमानस हेतु सूचना पट्ट, निर्मित राजस्व एवं वन अभिलेखों में अभिलेखीकरण कर सुनियोजित क्षमता वृद्धि, अमृत सरोवरों के उपयोग का सर्वेक्षण, सरोवरों के प्रमुख सम्भावित उपयोगिता के आधार पर निर्जीव हो रहे अमृत सरोवरों को पुनः जीवित कर अमृत सरोवरों का विभागों को आवंटन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक द्वारा प्रदत्त संसाधनों का समिति उपयोग किया जाए जिससे भविष्य में समाप्त न हो सके।
बैठक में परियोजना निदेशक के.एन.तिवारी, बीडीओ नरसन जयेन्द्र भारद्वाज, बीडीओ लक्सर पवन सैनी, बीडीओ खानपुर जगवेंद्र सिंह राम, ईई सिचाईं मंजू डैनी, उरेडा गरिमा मिश्रा, सहायक निदेशक मत्स्य गरिमा मिश्रा, मुख्य उद्यान अधिकारी तेजपाल सिंह, डेयरी विकास चरण सिंह सैनी, उप निदेशक पर्यटन अमित लोहनी आदि उपस्थित थे।