चमोली : प्रकृति ने चमोली का नैसर्गिक सौंदर्य दिल खोलकर प्रदान किया है। लेकिन जिले के कई स्थानों का वर्तमान तक पहचान नहीं मिल सकी है। लेकिन स्थानीय युवाओं की ओर से यहां अब अपने पुरुषार्थ के जरिये जिले के छिपे हुए ऐसे पर्यटक स्थलों को पहचान दिलाने की कोशिश धीरे-धीरे रंग लाने लगी है। ऐसा ही एक स्थल है जिले के सुदूरवर्ती ब्लॉक देवाल का भेकलताल-ब्रहमताल ट्रैक! जो बीते पांच वर्षों से प्रचारित प्रसारित होने के बाद अब देश और दुनिया के पर्यटकों के लिये बेहतरीन विंटर डेस्टिनेशन के रुप में उभरने लगा है।
भेकलताल-ब्रहमताल ट्रैक पर ग्रीष्मकाल के साथ ही शीतकाल में पर्यटकों की अब आमद बढने लगी है। यहां शीतकाल में पूर क्षेत्र जहां बर्फ से लकदक रहता है। वहीं हर मौसम में यहा मध्य हिमालय का यह क्षेत्र प्रकृति के नये रंग में दिखाई देता है। क्षेत्र पर्यटकों के साथ ही पक्षी प्रेमियों और नैचर फोटोग्राफर के लिये बेहतरीन डेस्टिनेशन है।
चमोली के दूरस्थ क्षेत्र में पर्यटन व्यवसाय में स्वरोजगार कर रहे हीरा सिंह गढवाल, प्रदीप कुनियाल, देवेंद्र पंचोल और लक्ष्मण बिष्ट का कहना है कि ब्रहमताल अब राज्य की सीमाएं छोड़ देश और दुनिया के पर्यटकों तक पहुंचने लगा है। जिससे यहां पर्यटकों की आमद में इजाफा हुआ है। बताया ब्रहमताल मेंं ग्रीष्मकाल की अपेक्षा पर्यटक बर्फवारी के बाद आना अधिक पसंद कर रहे हैं। जिसके चलते इस वर्ष भी यहां नववर्ष के स्वागत के लिये बुकिंग फुल हो चुकी हैं।
कहाँ है भेकलताल-ब्रहमताल ट्रैक:
चमोली जिले के देवाल ब्लॉक के लोहजंग गांव के समीप मध्य हिमालय में 3734 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, भेकलताल-ब्रहमताल ट्रैक ! यहां से बुग्याल का क्षेत्र शुरु होता है। ऐसे में जहां पर्यटकों को यहां बुग्याल का अनुभव मिलता है। वहीं हिमालयी वनस्तपतियों, पेड़ों,वन्य जीवों और पक्षियों का संसार भी देखने को मिलता है।
कैसे पहुंचे भेकलताल-ब्रहमताल ट्रैक:
भेकलताल-ब्रहमताल ट्रैक के लिये बाहरी राज्यों से आने वालों के लिये देहरादून तक हवाई सेवा मिल सकती है। जबकि ऋषिकेश तक वर्तमान में रेलवे की सुविधा मिलती है। जहां से निजी वाहन या सार्वजनिक वाहन से पर्यटक 257 किमी की यात्रा पूरी कर चमोली जिले के देवाल ब्लॉक स्थित मुन्दोली गांव के लोहजंग कस्बे में पहुंचते हैं। यहां से करीब 12 किमी की पैदल दूरी पार कर ब्रहमताल पहुंचा जाता है। पैदल ट्रैक पर एक रात्रि भेकलताल में निवास कर यात्रा पूरी होती है।