चमोली : भारत-तिब्बत सीमा क्षेत्र में सड़क निर्माण के मलबे के अनियंत्रित निस्तारण से धौली गंगा का प्रवाह अवरुद्ध होने लगा है। जिससे यहां गमशाली के समीप करीब 30 मीटर लम्बाई और 20 मीटर चौड़ाई में नदी झील का स्वरुप लेने लगी है। यहां रुक रहा पानी दुर्घटना को न्यौता दे रहा है।
गौरतलब है सीमा सड़क संगठन की ओर से नीति घाटी में इन दिनों सड़क चौड़ीकरण कार्य किया जा रहा है। लेकिन यहां अनियंत्रित मलबा निस्तारण से धौली नदी की निकासी अवरुद्ध होने लगी है। जिससे यहां नदी अब झील का स्वरुप लेने लगी है। जोशीमठ निवासी अतुल सती ने बताया कि जोशीमठ से लगभग 80 किलोमीटर आगे गमशाली के समीप लगभग 30 मीटर लम्बी व 20 मीटर चौड़ी झील का स्वरुप लेने लगी है। कहा कि मलबे से रुका पानी आपदा को न्यौता दे रहा है। अभी नदी के पानी की निकासी सीमित मात्रा में हो रही है। यदि तेज बारिश होती है। तो यह पानी भविष्य में बड़ा नुकसान कर सकता है। उन्होंने मामले में सरकार से नदी के पानी निकासी को सुचारु करवाने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग भी की है।
धौली गंगा पर झील बनने की सूचना नहीं मिली है। धौली नदी में हिल कटिंग का मलवा डालने के सूचना मिली है।यदि नदी का प्रवाह बाधित होकर झील बनने जैसी स्थिति बनी है, तो इसे तत्काल दिखवाया जाएगा और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
कुमकुम जोशी, उपजिलाधिकारी, जोशीमठ।