गोपेश्वर : आपदा प्रभावितों के पुर्नवास को लेकर जहां सरकार की ओर से तेजी से कार्रवाई के दावे किये जा रहे हैं। वहीं चमोली जिले के धुर्मा, सरपाणी, झलिया और स्यांरी-बंगाली गांवों के आपदा प्रभावित पुर्नवास के लिये शासन की हाँ का इंतजार कर रहे हैं। जिससे आपदा प्रभावितों को लेकर किये जा रहे सरकारी दावों का अंदाजा लगाया जा सकता है।
बता दें चमोली जिले में वर्तमान में 64 गांव पुर्नवास व विस्थापन की सूची में रखे गये हैं। पूर्व में शासन और प्रशासन की ओर से जिले के 15 गांवों का विस्थापन किया गया है। इसी क्रम में जिला प्रशासन व आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से जिले के धुर्मा, सरपाणी, झलिया और स्यांरी-बंगाली गांवों के पुर्नवास के प्रस्ताव शासन में स्वीकृति के लिये भेजे गये हैं। लेकिन वर्तमान तक प्रस्तावों को स्वीकृति न मिलने के चलते आपदा प्रभावित इन गांवों में 31 परिवार शासन की हाँ का इंतजार कर रहे हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी…..
आपदा प्रबंधन अधिकारी नंद किशोर जोशी का कहना है कि शासन में भेजे गये 4 गांवों को पुर्नवास की स्वीकृति मिलते ही ग्रामीणों के पुर्नवास की प्रक्रिया शुरु कर दी जाएगी। वहीं जिले के अन्य 64 गांवों के पुर्नवास के लिये भूगर्भीय सर्वेक्षण की कार्रवाई गतिमान है। जिले में वर्तमान तक जोशीमठ ब्लॉक के 12 गांवों का भूगर्भीय सर्वेक्षण पूर्ण कर लिया गया है। रिपोर्ट मिलते ही पुर्नवास के प्रस्ताव तैयार कर स्वीकृति के लिये शासन को भेजे जाएंगे।