चमोली : जिले में मंगलवार को तीसरे दिन भी बारिश और बर्फवारी का सिलसिला जारी है। ऊंचाई वाले इलाकों में हो रही बर्फवारी से जहां जिले में तापमान घटने लगा है। वहीं निचले इलाकों में हो रही बारिश जिले का जन-जीवन अस्त-व्यवस्त हो गया है। जिले में बारिश के चलते बदरीनाथ हाईवे 11 स्थानों पर बाधित पड़ा हुआ है। जबकि 17 ग्रामीण सड़कें भी मलबा आने से बाधित पड़ी हुई हैं।
रविवार दोपहर बाद से चमोली जिले रुकरुक कर हो रही बारिश और बर्फवारी थमने का नाम नहीं ले रही है। जिससे जिले में बदरीनाथ हाईवे गौचर, बाबा आश्रम कर्णप्रयाग, पाखी, पागलनाला, गुलाबकोटी, हाथी पर्वत, लामबगड़, बैनाकुली, हनुमानचट्टी और गौर सिंह नाले में बाधित पड़ा हुआ है। वहीं जोशीमठ-मलारी हाईवे सलधार और तमक में बाधित है। कर्णप्रयाग ग्वालदम सड़क थराली नासीर बाजार में मलबा आने से बाधित पड़ा हुआ है। कर्णप्रयाग-गैरसैंण सड़क भटोली, घाट-नंदप्रयाग सेतोली और सेरा में बाधित हो गई है। जिससे जिले में आवाजाही करने वाले लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं जिले में सोमवार रात्रि से विद्युत आपूर्ति भी ठप पड़ी हुई है। जोशीमठ में भारत कंशट्रक्शन कंपनी में मलबा घुसने से 4 मजदूर घायल हो गये हैं। वहीं जिले में पिंडर नदी खतरे के निशान से तीन मीटर नीचे बह रही है। जबकि अलकनंदा नदी खतरे के निशान से 2.12 और 3.25 मीटर नीचे बह रही है। ऐसे में प्रशासन की ओर से तीर्थयात्रियों के साथ ही अन्य लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की बात कही गई है।