चमोली : बदरीनाथ धाम की यात्रा दो वर्षों से कोरोना के चलते प्रभावित हुई है। जिसके चलते धाम पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या में कमी आई है। इस वर्ष धाम की यात्रा कपाट खुलने के 4 माह बाद शुरु की गई। जिसके चलते इस वर्ष सितम्बर माह से शुरु हुई यात्रा के बाद धाम में अभी तक 1 लाख 94 हजार तीर्थयात्रियों ने भगवान बदरी विशाल के दर्शन किये।
बताते चलें कि वर्ष 2013 में आई आपदा के बाद बदरीनाथ धाम पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या में भारी कमी आ गई थी। जिसके बाद वर्ष 2014 और 2015 में यहां करीब 5-5 लाख तीर्थयात्री ही पहुंचे थे। वहीं वर्ष 2016 में आंकड़ा 6,24,745, वर्ष 2017 पौने नौ लाख और वर्ष 2018 में 10, 58,490 तीर्थयात्री ही भगवान बदरीनाथ के दर्शनों के लिये पहुंचे थे। जबकि 2019 में लामबगड़ भूस्खलन जोन और हाईवे की बदहाल स्थिति के बाद भी 2013 के बाद के सभी रिकार्डों को तोड़ते हुए धाम पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 12 लाख 31 हजार 794 से अधिक रही। लेकिन वर्ष 2020 में कोरोना महामारी के चलते धाम में पूरे यात्राकाल में 1 लाख 44 हजार तीर्थयात्री ही पहुंच सके थे। जबकि चालू वर्ष में 18 मई को धाम के कपाट खोले गये। लेकिन कोरोना के चलते तीर्थयात्रा का संचालन बंद रहा। जिसके बाद कोरोना की गति कम होने पर सितम्बर माह में तीर्थयात्रा का पाबंदियों के साथ संचालन शुरु किया गया। ऐसे में 1 सितम्बर से 19 नवम्बर तक धाम में 1 लाख 99 हजार 500 तीर्थयात्रियों ने धाम के दर्शन किये। देवस्थानम बोर्ड के अधिकारियों को आगामी वर्ष कोराना के खत्म होने पर तीर्थयात्रियों का आंकड़ा वर्ष 2019 की संख्या को पार करने की आस है।